यूपी में एक और गुटखा कारोबारी पर छापा, मिले इतना अकूत खजाना कि नोट गिनने के लिए मंगानी पड़ी मशीन

राजेश सोनी, हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में गुटखा कारोबारी के ठिकाने से सीजीएसटी की कानपुर टीम की सोलह घंटे तक चली छापेमारी में साढ़े छह करोड़ रुपये का कैश टीम के हाथ लगा है। कैश को कब्जे में लेकर सरकार के खजाने में जमा कराए जाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इतनी बड़ी धनराशि कारोबारी ने अपने आवास में किचिन और बेड के गद्दे में छिपाकर रखे थे। जिसे गिनने के लिए बैंक कर्मियों को तीन मशीनों की मदद लेनी पड़ी।
सीजीएसटी की टीम को तलाशी के दौरान दस्तावेज और अन्य सामग्री भी मिली है। हमीरपुर जिले में दयाल गुटखा के निर्माता जगत गुप्ता के ठिकानों पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर (CGST) विभाग की रेड में करोड़ों का कैश बरामद हुआ है। इसके साथ ही CGST टीम ने टैक्स चोरी का भी खुलासा किया है। CGST की रेड में 6 करोड़ 31 लाख से ज्यादा की कैश और बड़ी मात्रा में सोना बरामद किया गया है। 18 घंटे से ज्यादा चली इस कार्रवाई में करोड़ों के गोरखधंधे का भी खुलासा हुआ है।
पूरा मामला बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कसबे का है जहां मंगलवार को सुबह 5 बजे सीजीएसटी की कानपुर की टीम के एक दर्जन अधिकारी गुटखा कारोबारी के आवास पहुंचे और टीम के सभी अधिकारियों ने आवास के मेन गेट खुलते ही छापेमारी शुरू कर दी। शुरू में कारोबारी के घर के लोगों ने मेन गेट खोलने से मना किया था लेकिन टीम ने कड़े तेवर के बाद आवास के दरवाजे और गेट खोले गये। सेंट्रल जीएसटी की इस टीम से कसबे सहित जिले में हडकंप मच गया।
सुबह से चल रही इस कार्यवाई को कौन सी टीम अंजाम दे रही थी इस बात की किसी को जानकारी नहीं थी। कोई इस कार्यवाई को सीजीएसटी तो कोई इस ईडी की कार्यवाई बता रहा था। टीम के अधिकारीयों ने भी ये भनक नहीं लगने दी की वो किस विभाग से हैं। मीडिया के दबाव के बाद अधिकारीयों ने इस बात को स्वीकार किया की ये छापेमारी के सेंट्रल जीएसटी के द्वारा की जा रही है।
सीजीएसटी के डिप्टी कमिश्नर विजेन्द्र मीणा के नेतृत्व में टीम की छापेमारी मंगलवार की रात करीब 12 बजे तक चली जिसे लेकर पूरे कस्बे के कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा। टीम ने गुटखा कारोबारी के आवास को खंगाला और तमाम गड़बड़ियां पकड़ी। सूत्र बताते हैं कि एसजीएसटी टीम ने पूरे घर को खंगालकर साढ़े छह करोड़ रुपये कब्जे में लिए हैं। यह कैश किचन व बेड के गद्दे और अन्य कमरों में बड़ी होशियारी से छिपाकर रखे गए थे।
बताते है कि बरामद कैश में छोटे से लेकर बड़े नोटों का भारी अम्बार देख नोट गिनने वाले कर्मी भी दंग रह गए। सूत्रों के अनुसार टीम को इस बड़े गड़बड़ झाले का सुराग Chhattisghar के रायपुर में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कर रहे भाई के यहां से लगा है।
सीजीएसटी टीम ने गुटखा कारोबारी के घर का कोना-कोना खंगाला जहां से देर शाम तक भारी मात्रा में कैश टीम के हाथ लगा। नोटों को गिनने के लिए अधिकारियों ने बैंक से मशीनें मंगवाई। हमीरपुर स्टेट बैंक की मेन शाखा से तीन बड़े कर्मचारी मशीन लेकर गुटखा कारोबारी के ठिकाने पहुंचे जहां बैंककर्मी देर रात तक बरामद कैश की गिनती करते रहे।
कारोबारी के घर से साढ़े छह करोड़ 31 लाख रुपये मिले है। जिसे सीजीएसटी टीम ने कैश कब्जे में लेकर सरकार के खजाने में जमा कराए जाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। गुटखा के अवैध कारोबार से जगत गुप्ता कुछ ही सालों में धनकुबेर बन गया।
आपको बता दें कि 11 साल पहले तत्कालीन डीएम जी. श्रीनिवास लू ने भी इस कारोबारी के यहां रेड डाली थी जिसमे सैकड़ों कुंतल सुपाड़ी और तम्बाकू पकड़ी गयी थी। इसके बाद भी कारोबारी अपने गुटखा का नेटवर्क बुन्देलखंड और आसपास के जिलों तक फैलाकर ये नम्बर वन बन गया। स्थानीय स्तर पर प्रशासन इस अवैध कारोबार पर कोई सवाल न कर इसे बढ़ावा देते रहा। शुरू में कारोबारी एक मशीन लगाकर ही व्यापार शुरू किया था लेकिन बाद में कई मशीनें लगाकर अब यह क्षेत्र में बड़ा कारोबारी बन गया।
सीजीएसटी टीम की जांच में सामने आया है कि गुटखा व्यवसायी अपना करोड़ों का गोरखधंधा दो नौकरों के नाम से चला रहा था। घर और फैक्ट्री से मिले कागजातों से टैक्स चोरी की भी पुष्टि भी हुई है। टीम जल्द ही व्यवसायी के खिलाफ टैक्स चोरी का मुकदमा भी दर्ज करा सकती है। गुटखा व्यापारी के घर की तलाशी के दौरान बैंक खातों, कारोबार से जुड़े दस्तावेज, लैपटाप कब्जे में लिए गए हैं। इन कागजादों के आधार पर CGST टीम को काफी गड़बड़ियां मिली है।
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